Shiv chaisa - An Overview

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥

कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥

लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा ।

शिव पूजा में सफेद चंदन, चावल, कलावा, धूप-दीप, पुष्प, फूल माला और शुद्ध मिश्री को प्रसाद के लिए रखें।

. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं

भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ

भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।

जो कोई जांचे सो फल पाहीं ॥ अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी ।

क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥ शंकर Shiv chaisa हो संकट के नाशन ।

तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि shiv chalisa lyricsl गिरायउ॥

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